नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। वह राष्ट्रपति भवन पहुंचे और उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंपा। राष्ट्रपति ने इसे स्वीकार कर लिया है और उन्हें कार्यवाहक प्रधानमंत्री बने रहने को कहा है। पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू की मुलाकात की तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिसमें वह इस्तीफा सौंपते हुए नजर आ रहे हैं। पीएम मोदी दिल्ली में एनडीए की होने वाली बैठक से पहले राष्ट्रपति मुर्मू को इस्तीफा सौंपा है।
बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को 294 सीटों के साथ बहुमत मिला है. ऐसे में एनडीए की सरकार बनने की प्रबल संभावना है। बीजेपी को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला है. इस वजह से राजनीतिक गलियारों में चर्चा हो रही है कि कहीं एनडीए के सहयोगी दल उसे छोड़कर नहीं चले जाएं। अगर ऐसे हालात बनते हैं तो एनडीए के लिए फिर से सत्ता में आना मुश्किल हो जाएगा। इस बीच सबसे ज्यादा चर्चा बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू चीफ नीतीश कुमार और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू को लेकर हो रही है। हालांकि, दोनों ही नेताओं ने इशारों-इशारों में एनडीए के साथ होने की बात कही है।
नई सरकार बनने तक पद पर बने रहने का किया अनुरोध॥
राष्ट्रपति के आधिकारिक एक्स हैंडल से ट्वीट कर कहा गया, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद के साथ अपना इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया और प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रिपरिषद से नई सरकार बनने तक पद पर बने रहने का अनुरोध किया।”
8 जून को तीसरी बार ले सकते हैं शपथ॥
NDA ने 292 सीटों के साथ बहुमत के आंकड़े को पारकर लिया। हालाकि लोकसभा चुनाव में भाजपा को 240 सीटें मिलीं हैं। यह बहुमत के आंकड़े (272) से 32 सीट कम हैं। बताया जा रहा हैं नरेंद्र मोदी 8 जून को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेसकते हैं। NDA के सभी सांसदों से एकजुटता के लिएसाइन करवा लिया गया है। जदयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने बताया कि 7 जून को सुबह 11 बजे संसद के सेंट्रलहॉल में NDA के सभी सांसदों की बैठक होगी।
चंद्रबाबू की TDP 15 सीटों के साथ दूसरी और नीतीशकी|DU 12 सीटों के साथ NDA में तीसरी सबसे बड़ीपार्टी बन गई है। दोनों ही पार्टियां इस वक्त भाजपा के लिए जरूरी हैं। इनके बिना भाजपा का सरकार बनाना मुश्किल है।