गंगटोक। उत्तरी सिक्किम में भारी बारिश और भूस्खलन की अलग-अलग घटनाओं में अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि कई घायल हैं। घायलों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में कराया जा रहा है। भारी बारिश और भूस्खलन के चलते कई घरों, संपत्तियों को नुकासन पहुंचा है और कई क्षेत्रों में लड़क संपर्क, बिजली, खाद्य आपूर्ति और मोबाइल नेटवर्क भी बाधित हो गए हैं।
बताया जा रहा है कि उत्तरी सिक्किम के मंगन जिले में लगातार हो रही बारिश से बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ है। जिसके चलते 15 विदेशी नागरिकों समेत 1,200 से ज्यादा पर्यटक फंस गए हैं। एक अधिकारी के मुताबिक, भूस्खलन और भारी बारिश के चलते पर्वतीय राज्य में नौ लोगों की मौत हो गई है और संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है। इसके साथ ही कई क्षेत्रों में सड़क संपर्क टूट गया है।
राज्य के पर्यटन एवं नागर विमानन विभाग के प्रधान सचिव सी एस राव ने कहा कि, रिपोर्ट के मुताबिक भारी बारिश और भूस्खलन के चलते सड़क अवरुद्ध हो गई है जिससे करीब 1,200 घरेलू और 15 विदेशी पर्यटक मंगन जिले के लाचुंग में फंस गए हैं। इनमें थाईलैंड के दो, नेपाल के तीन और बांग्लादेश के 10 पर्यटक शामिल हैं।
सिक्किम के सीएम प्रेम सिंह तमांग ने भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के बाद स्थिति का जायजा लिया। इसके लिए उन्होंने मिंटोकगांग में एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई।
बता दें कि पर्वतीय राज्य सिक्किम भूस्खलन से बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। राज्य के स्थानीय अधिकारियों ने वहां फंसे पर्यटकों से अपने-अपने स्थानों पर ही रहने तथा जोखिम मोल लेने से बचने की सलाह दी है।
अधिकारियों का कहना है कि सभी फंसे हुए पर्यटकों के लिए राशन का पर्याप्त भंडार है। मुख्य सचिव कार्यालय ने मौसम की स्थिति के आधार पर सभी पर्यटकों को हवाई मार्ग से लाने के लिए केंद्र के साथ बातचीत शुरू की है। प्रधान सचिव सी एस राव ने पर्यटकों को इस प्राकृतिक आपदा में हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। सी एस राव ने कहा कि केवल लाचुंग ही राज्य के बाकी हिस्सों से कटा हुआ है और सिक्किम के अन्य सभी हिस्से खुले और यात्रा के लिए सुरक्षित हैं।
एक अन्य अधिकारी के मुताबिक, जिले में भारी बारिश के चलते भूस्खलन हुआ है। जिससे कई सड़कें अवरुद्ध हो गईं, साथ ही कई मकान जलमग्न हो गए हैं या क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके साथ ही कई बिजली के खंभे भी पानी के साथ बह गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, लगातार हो रही बारिश से गुरुवार को मंगन जिले में कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ। जिसके चलते संगकालांग में पिछले साल अक्टूबर में बनाया गया एक पुल ढह गया। जिसके चलते उत्तरी सिक्किम में बड़ी संख्या में पर्यटक फंस गए हैं। यहां एक बांस का पुल भी टूट गया है।
बताया जा रहा पश्चिम बंगाल ने अचानक आई बाढ़ के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 10 पर आवाजाही प्रतिबंधित कर दी है। पिछले 36 घंटों से लगातार बारिश हो रही है। उत्तरी सिक्किम की सड़क कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गई है, जिससे जिले से संपर्क टूट गया है,” मंगन के जिला मजिस्ट्रेट हेम कुमार छेत्री ने कहा। डीएम ने कहा, “फंसे हुए सभी पर्यटक सुरक्षित हैं, लेकिन हम उन्हें नुकसान के कारण निकाल नहीं पाए हैं,”
मौसम विभाग ने भारी बारिश को लेकर जारी किया रेड अलर्ट॥
उत्तर भारत में भीषण गर्मी पड़ रही है। इस बीच कई राज्यों में मौसम विभाग ने बाढ़ और भूस्खलन की भी चेतावनी दी है। मौसम विभाग (IMD) ने शनिवार को उत्तरी बंगाल और उससे सटे सिक्किम के चार जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया और संभावित भूस्खलन और बाढ़ की भी चेतावनी दी। इन इलाकों में भारी बारिश जारी है।
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