पटना। केंद्रीय मंत्रिमंडल की टेक्सटाइट विभाग की कमान संभालने के बाद गिरिराज सिंह दिल्ली से पटना पहुंचे तो उन्होंने अपराध को जातीय चश्मे से देखने का आरोप लगाकर तेजस्वी यादव पर हमला बोला। तेजस्वी यादव के इस बयान पर कि बिहार में यादवों को टारगेट किया जा रहा है, गिरिराज सिंह ने कहा कि क्रिमिनल की कोई जाति नहीं होती। गिरिराज सिंह ने कहा कि जनता ने जिन्हें व्हील चेयर पर बैठा करके झुनझुना थमा दिया वही आज बोल रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, ”बिहार के विकास के लिए पीएम मोदी ने बिहार के आठ सांसदों को केंद्रीय मंत्री बनाया है। कपड़ा विभाग कृषि विभाग के बाद दूसरा सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर उपलब्ध कराता है। पूरी टीम आ गई है” दिल्ली से संभावनाएं तलाशने के बाद बिहार में रोजगार के अवसरों पर चर्चा की जाएगी।
उन्होनें कहा, भारत सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर एक ऐसे मॉल का निर्माण कर रही है जहां हैंडलूम, पावरलूम उद्योग के लोग आकर अपने उत्पाद बेच सकें। यह हमारे असंगठित कारीगरों के लिए एक स्थायी स्थान के रूप में काम करेगा। उम्मीद है कि मॉल 2025 तक बन जाएगा। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का कहना है कि इससे बिहार के सभी कारीगरों और बुनकरों को फायदा होगा।
गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, राहुल गांधी तीन बार से बीजेपी को हराना चाहते हैं, लेकिन जनता ने कांग्रेस को 99 भी पार भी नहीं करने दिया, जो खुद 99 सीट नही पार कर सकता वो दूसरों को क्या नसीहत देगा। जितनी बीजेपी को सीटें आईं हैं उतना पूरे गठबंधन को भी नहीं आईं।
बता दें कि प्रदेश में हो रहे अपराधों की गिनती कराकर तेजस्वी लगातार सरकार पर हमला बोल रहे हैं। तेजस्वी ने एक्स पर लिखा था कि बिहार की NDA सरकार में सरकारी अपराधियों को सिर्फ़ और सिर्फ एक ही चिंता और डर रहता है कि सत्ता संरक्षण में वारदात करते समय कहीं उनके पिस्तौल और बंदूक़ की गोलियाँ ना खत्म हो जाएं। ये सिर्फ़ गोली मार कर की गयी हत्या की घटनाएँ है। इनमें गोलीबारी और बमबारी की वो घटनाएँ नहीं है जिनमें लोग किसी तरह बच गए और इलाजरत है।
इसी मुद्दे पर गिरिराज सिंह ने साफ तौर पर कहा है कि अपराधियों की कोई जात नहीं होती. इससे पहले शुक्रवार को इसी मामले में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने लालू यादव और राबड़ी देवी शासन काल की याद दिलाई थी। इसी अंदाज में गिरिराज सिंह ने भी आज तेजस्वी यादव पर बिना नाम लिये निशाना साधा।