जोधपुर। राजस्थान में नाबालिग से यौन शोषण के मामले में दोषी आसाराम को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है और वह जोधपुर जेल में सजा काट रहा है। आसाराम की तबीयत एक बार फिर बिगड़ गई है। उन्हें सीने में दर्द के चलते जोधपुर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती कराया गया है। सोमवार को आसाराम ने सीने में दर्द की शिकायत की थी, जिसके बाद जेल अधिकारी उसे जेल डिस्पेंसरी ले गए, जहां उसका इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम टेस्ट हुआ।
गुरुवार को आसाराम को नियमित जांच के लिए एम्स ले जाया गया, जहां आसाराम को एनीमिया पाया गया। हालांकि, उसकी अन्य जांच रिपोर्ट सामान्य थी। जांच के बाद उसे जेल भेज दिया गया। इस बीच, गुरुवार देर रात सीने में दर्द की शिकायत पर आसाराम को फिर से एम्स ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे अस्पताल में भर्ती कर लिया।
दरअसल, गुरुवार रात को तबीयत खराब होने के कारण करीब 1 बजे आसाराम को एम्स में भर्ती कराया गया है। फिलहाल उसे आईसीयू में रखा गया है। आसाराम के स्वास्थ्य रिपोर्ट में शरीर में खून की कमी बताई गई है, और उसका हीमोग्लोबिन 8.7 रह गया है।
डॉक्टर आसाराम के पेट में होने वाली आंतरिक ब्लीडिंग समेत अन्य सभी परेशानियों का ट्रीटमेंट कर रहे हैं। इसके अलावा उसकी कई तरह की जांच भी हो रही है। आसाराम संगठन के अधिकृत एक्स हैंडल से लोगों को भीड़ नहीं करने का अनुरोध किया गया है, क्योंकि आसाराम समर्थक उसकी तबीयत खराब होने की खबर सुनकर परेशान है। वहीं एक्स हैंडल पर बताया गया है कि उसके उपचार में कोई परेशानी नहीं है।
इससे पहले 21 मार्च को राजस्थान हाई कोर्ट ने यौन उत्पीड़न के आरोप में सजा काट रहे आसाराम को जोधपुर के ही एक निजी आयुर्वेदिक अस्पताल में पुलिस सुरक्षा के बीच 10 दिन तक उपचार करवाने की अनुमति दी थी।
बता दें कि, नाबालिग के साथ यौन उत्पीड़न के दोषी आसाराम को जोधपुर की अदालत ने उसे उसके प्राकृतिक जीवन तक आजीवन कारावास के सजा सुना रखी है। इसके अनुसार आसाराम मृत्यु तक जेल में ही रहेगा। आसाराम की ओर से जमानत और पेरोल को लेकर दर्जनों प्रार्थना पत्र हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी लगाए गए थे लेकिन आसाराम को राहत नहीं मिली।