सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अर्चना मकवाना स्वर्ण मंदिर परिसर में योग अभ्यास करना भारी पड़ गया। धार्मिक भावना को भड़काने के आरोप में अर्चना के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इस संबंध में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) ने एक दिन पूर्व कोतवाली पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। अर्चना ने योग दिवस पर स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) के सरोवर के पास योग किया था और इसका फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था जिसके बाद विवाद शुरू हो गया है।
बताया जा रहा है कि अर्चना मकवाना के खिलाफ आईपीसी की धारा 295-A के तहत केस दर्ज किया गया है। अर्चना मकवाना ने श्रीदरबार साहिब के परिक्रमा के पास योग किया था। उनके खिलाफ अमृतसर में एफआईआर दर्ज कराई गई है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) ने योग करने पर आपत्ति जताई थी। समिति ने परिक्रमा में उस दिन ड्यूटी पर तैनात तीन सेवादारों को निलंबित कर दिया है और उनके खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी है। कमेटी का कहना है कि लोग यहां श्रद्धा से नतमस्तक करने आते हैं जबकि एक युवती यहां योग कर रही थी। जिससे संगत की धार्मिक भावना को ठेस पहुंची है।
उधर, विवाद बढ़ता देख पेशे से फैशन डिजाइनर अर्चना मकवाना ने वीडियो जारी कर माफी मांगी है। अर्चना ने माफीनामे में कहा, ”19 जून को अवार्ड लेने के लिए दिल्ली आई थी। मैंने सोचा कि अमृतसर जाकर मत्था टेक लेती हूं। उस दिन योग दिवस था, मैंने अपना फेवरेट आसन शीर्षासन किया था। जो मैं हर जगह करती हूं। उनको थैंक्यू बोलने के लिए किया था, किसी की भावना को आहत करने के लिए नहीं किया था। मुझे बुरा लग रहा है। मुझे माफ कर दीजिए। मुझे गलत समझा गया मुझे मारने की धमकी दी जा रही है। कोई भी धर्म ये नहीं सिखाता कि किसी को अपमानित करो, उनकी गलती को तो माफ कर देना चाहिए। मैं आगे से नहीं करूंगी। मुझे रूल्स नहीं पता थे।”