नई दिल्ली। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पांच मई को आयोजित मेडिकल प्रवेश परीक्षा ‘नीट-यूजी’ (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक) के आयोजन में कथित अनियमितताओं के संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज की है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
व्यवस्था का एक और दुर्भाग्यपूर्ण उदाहरण है। भाजपा राज में छात्र अपना करियर बनाने के लिए ‘पढ़ाई’ नहीं, अपना भविष्य बचाने के लिए सरकार से ‘लड़ाई’ लड़ने को मजबूर हैं। अब यह स्पष्ट है – हर बार चुपचाप तमाशा देखने वाले मोदी पेपर लीक गिरोह और शिक्षा माफिया के आगे पूरी तरह से बेबस हैं।”
उन्होंने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी की अक्षम सरकार छात्रों के भविष्य के लिए सबसे बड़ा खतरा है – हमें देश के भविष्य को उससे बचाना ही होगा।”
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी नीट-यूजी समेत राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उसने पूरी शिक्षा प्रणाली ‘‘माफिया” और ‘‘भ्रष्टाचारियों” को सौंप दी है।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि नीट-यूजी प्रश्न पत्र ‘‘लीक” हो गया जबकि नीट-पीजी, यूजीसी-नेट और सीएसआईआर-नेट परीक्षाएं ‘‘रद्द” कर दी गयीं। इससे पहले, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ‘‘नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री और उनके आसपास मौजूद लोगों की अक्षमता के कारण किसी भी परीक्षा के रद्द होने की खबरों के बिना कोई दिन नहीं गुजरता।”
(इनपुट भाषा)