जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा रविवार को रियासी के एसटीसी तलवाड़ा में जम्मू-कश्मीर पुलिस के 16वें बेसिक रिक्रूट ट्रेनिंग कोर्स (बीआरटीसी) बैच की पासिंग आउट परेड में शामिल हुए। इस दौरान समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि घाटी में आतंकवाद अपनी अंतिम सांसें ले रहा है और इसने आतंक के निर्यातक हमारे पड़ोसी को हताश कर दिया है। हालिया आतंकी घटनाएं हमारे दुश्मन की हताशा का संकेत हैं।
मनोज सिन्हा ने कहा, ‘हमारा लक्ष्य आतंकवाद को पूरी तरह खत्म करना है। हमें आतंकवादियों और उन्हें पनाह देने वाले उनके सहयोगियों का पता लगाना चाहिए। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बेहद चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में हमेशा हाई लेवल प्रोफेश्नल एक्सीलेंस दिखाया है।’ उन्होंने कहा कि कई दशकों से यह पुलिस बल हमारे देश की अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए समर्पण के साथ काम कर रहा है।
एलजी ने उन नए रंगरूटों को बधाई दी जिन्होंने एसटीसी में अपने कठोर प्रशिक्षण को पूरा कर लिया है। बॉर्डर बटालियन के कुल 860 नए कांस्टेबलों ने रविवार को एसटीसी में अपना कठोर प्रशिक्षण पूरा कर लिया। इस मौके पर पासिंग आउट कैडेट्स को समर्पण एवं ईमानदारी से अपने कर्तव्य पालन की शपथ दिलाई गई।
मादक पदार्थों की तस्करी, साइबर क्राइम और कट्टरपंथ के उभरते खतरों पर बोलते हुए उपराज्यपाल ने विरोधियों से एक कदम आगे रहने के लिए पुलिस में हाई लेवल मोटिवेशन और प्रोफेश्नलिज्म सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, ‘मुझे जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और हमारी सुरक्षा एजेंसियों पर पूरा भरोसा है। वे न केवल नागरिकों की सुरक्षा और तत्काल जरूरतों के प्रति उत्तरदायी हैं बल्कि साइबरस्पेस में आतंकवाद से भी प्रभावी ढंग से निपट रहे हैं।