पठानकोट में भारत-पाक और जम्मू कश्मीर के कठुआ की सीमा से सटे गांव कोट पटियां में रात को दो संदिग्ध देखे जाने के बाद पूरे इलाके में हाई अलर्ट कर दिया गया है। गांव कोट पटियां में रात करीब साढ़े नौ बजे दो हथियारबंद संदिग्ध एक फार्म हाउस में घुसे और परिवार को बंधक बना लिया। संदिग्धों ने वहां खाना खाया और उसके बाद वहां से चले गए।
अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) के पास स्थित कोट भाथियान गांव के एक ग्रामीण ने आधी रात के आसपास नियंत्रण कक्ष को फोन किया और दावा किया कि हथियारों से लैस दो नकाबपोश उसके फार्महाउस के अंदर जबरन घुस आए थे।
ग्रामीण के अनुसार, “उन्होंने मेरे सिर पर बंदूक तान दी और मुझे रात का खाना तैयार करने के लिए कहा। एक बार जब उन्होंने रात का खाना खाया, तो वे मेरे घर से निकल गए और पठानकोट की ओर चले गए।”
सूचना मिलते ही पठानकोट के एसएसपी सुहैल कासिम मीर ने तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई। गुरदासपुर के पुलिस प्रमुख हरीश दयामा भी पुलिस लाइन पहुंचे और गुरदासपुर जिले के सभी SHO के साथ बैठक की।
गुरदासपुर, धारीवाल, दीनानगर और पठानकोट के रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर चेकिंग तेज कर दी गई है।गुरदासपुर-पठानकोट-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की जांच की जा रही थी। बटाला पुलिस को भी अलर्ट पर रखा गया है। सेना और बीएसएफ को घटनाक्रम की जानकारी दे दी गई है। मामून छावनी और पठानकोट वायु सेना स्टेशन को भी सुरक्षित कर लिया गया है।
बता दें, 2015 में तीन आतंकवादी दीनानगर पुलिस स्टेशन में घुस गए थे। आतंकवादियों को ढेर करने से पहले एक एसपी रैंक के अधिकारी सहित सात लोग मारे गए थे। छह महीने बाद, पाकिस्तान समर्थित चार आतंकवादियों ने पठानकोट वायु सेना स्टेशन की घेराबंदी कर दी। ये आतंकवादी भी बामियाल से घुस आए थे। एनएसजी द्वारा सभी चार विद्रोहियों को मारने से पहले दस लोग मारे गए थे।