वाराणसी। मेडिकल में दाखिले के लिए वाराणसी में 12 सितंबर को हुई प्रवेश परीक्षा नीट में दूसरे अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देते पकड़ी गई आईएमएस बीएचयू में दंत चिकित्सा विज्ञान संकाय की बीडीएस की टॉपर छात्रा को विश्वविद्यालय प्रशासन ने निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही बीएचयू परिसर में प्रवेश पर रोक लगाते हुए सभी सुविधाओं से वंचित किया गया है।
BHU बीडीएस की छात्रा रही पटना निवासी जूली कुमारी को 12 सितंबर को नीट परीक्षा के दौरान सारनाथ के एक केंद्र पर त्रिपुरा की रहने वाली छात्रा की जगह परीक्षा देते पुलिस ने पकड़ा था। इस दौरान क्राइम ब्रांच और सारनाथ पुलिस ने पटना निवासी छात्रा की मां बबिता को भी केंद्र के बाहर से गिरफ्तार किया था।
इसके बाद जूली पर धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा भी दर्ज हुआ था। सात अक्तूबर को बीएचयू कुलसचिव कार्यालय की ओर से जारी आदेश के मुताबिक जूली को निलंबित करते हुए विश्वविद्यालय में छात्रावास सहित अन्य सुविधाओ से भी वंचित कर दिया गया है। इसके साथ ही बिना पूर्व सूचना के कैंपस में प्रवेश पर भी रोक लगाई गई है।
बता दें कि सारनाथ के सोनातालाब स्थित परीक्षा केंद्र से गिरफ्तारी के बाद पुलिस की पूछताछ में बीएचयू छात्रा की मां बबिता ने बताया था कि बिहार के खगड़िया सिकड़ी निवासी विकास महतो और एक अन्य युवक ने दूसरी अभ्यर्थी हिना विश्वास के जगह पर बेटी जूली को परीक्षा दिलाने के लिए तैयार किया और गिरोह से पांच लाख में सौदा तय हुआ था।
एडवांस में 50 हजार मिले थे और शेष रकम परीक्षा के बाद मिलनी थी। पटना के बहादुर थाना अंतर्गत संदलपुर वैष्णवी नगर निवासी मां बबिता ने बताया था कि घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। पति मुन्ना कुमार मेहता सब्जी विक्रेता है। बेटे अभय के दोस्त सिकड़ी खगड़िया निवासी विकास महतो को जानकारी हुई कि बेटी जूली कुमारी दो साल पूर्व नीट परीक्षा पास कर बीएचयू बीडीएस सेकेंड ईयर की छात्रा है तो उसने घर पर आना जाना शुरू कर दिया।
इसी बीच प्रलोभन दिया कि जूली टॉपर है, यदि दूसरे अभ्यर्थी की जगह पर परीक्षा देगी तो पांच लाख रुपये मिलेंगे। घर की तंगी को देखते हुए लालच में आकर बेटी जूली को परीक्षा दिलाने के लिए तैयार करा लिया। इसी बीच विकास ने 50 हजार रुपये एडवांस के तौर पर उपलब्ध भी करा दिया।
बीएचयू में बैचलर आफ डेंटल साइंस (बीडीएस) की द्वितीय वर्ष की छात्रा जूली टॉपर रह चुकी है। आईएमएस फैकल्टी ऑफ डेंटल साइंसेज की 2019 बैच की छात्रा जूली कुमारी को नीट परीक्षा में 720 में से 522 अंक मिले थे।
गौरतलब है कि NEET परीक्षा में धांधली के प्रयास में अब तक जूली सहित 6 आरोपी कर लिए गए। लेकिन, सॉल्वर गैंग का सरगना नीलेश सिंह उर्फ PK, हिना, उसके पिता और प्रकरण से जुड़े अन्य आरोपी अभी तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सके। इस बीच पुलिस टीमें आरोपियों की तलाश में बिहार और त्रिपुरा में दर्जनों स्थान पर छापा मारीं, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। इस संबंध में पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि क्राइम ब्रांच की हमारी एक टीम NEET परीक्षा में धांधली का प्रयास करने वाले आरोपियों और सॉल्वर गैंग के सरगना व उसके सदस्यों की धरपकड़ के लिए लगातार प्रयासरत हैं। पूरी उम्मीद है कि PK सहित अन्य आरोपी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे।