कानपुर। जूही के मिलिट्री कैंप कच्ची बस्ती निवासी विजय सिंह की शुक्रवार रात हत्या कर शव तीस फीट गहरे मेनहोल में फेंक दिया था। पुलिस ने सोमवार को विजय के शव का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम से स्पष्ट हुआ कि सिर पर हमले से विजय कोमा में चला गया। इसके बाद उसकी मौत हो गई।
हिस्ट्रीशीटर विजय सिंह के सिर पर हत्यारों ने तब तक लाठी-डंडों व ईंट से वार किए, जब तक उसकी मौत नही हो गईं। उसके सिर की हड्डी चकनाचूर हो गईं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर की सात हड्डियां टूटी मिली हैं। इससे स्पष्ट होता है कि आरोपियों का मकसद हत्या करना ही था।
मिलिट्री कैंप निवासी हिस्ट्रीशीटर विजय सिंह उर्फ पूती जूही थाने का हिस्ट्रीशीटर था। परिवार में बड़ा भाई संजय और आकाश है जबकि बहन सरोज की शादी हो चुकी है। संजय ने बताया कि शुक्रवार देर रात वह खाना खाकर बहन के घर चौबेपुर जाने की बात कहकर निकला।
रविवार सुबह करीब आठ बजे बस्ती की शकुंतला ने विजय की हत्याकर शव सीवर मैनहोल में फेंके जाने की जानकारी दी। इस पर बस्ती में रहने वाले शिवा और नेता को सुजातगंज में पकड़कर वह बस्ती लाए और पीटा तो दोनों ने साथियों संग मिलकर हत्या करने और शव को मैनहोल में फेंकने की बात कबूली। नेता, रंजीत, शिवा और छोटू पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की। पुलिस ने छोटू को छोड़कर सभी को गिरफ्तार कर लिया। इंस्पेक्टर ने बताया कि छोटू की तलाश में दबिश दी जा रही है।
पुलिस ने सोमवार को विजय के शव का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम से स्पष्ट हुआ कि सिर पर हमले से विजय कोमा में चला गया। इसके बाद उसकी मौत हो गई। दोपहर बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं तीनों आरोपियों रंजीत, शिवा और सुशील नेता को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। हत्याकांड का सूत्रधार छोटू फरार है। एसीपी बाबूपुरवा आलोक कुमार सिंह ने बताया कि उसका मोबाइल बंद है। तलाश में तीन टीमें लगी हैं।