वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के ट्रॉमा सेंटर की ओपीडी में मरीज दिखाने को लेकर गुरुवार सुबह छात्र और डॉक्टर आमने-सामने हो गए। सूचना मिलने पर प्रॉक्टर कर्मी और पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। आक्रोशित छात्रों और डॉक्टरों को समझा बुझा कर मामले को शांत कराया। हालांकि घटना से नाराज छात्र सिंह द्वार को बंद कर धरने पर बैठ गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार को बीएचयू का एक छात्र अपने परिजन को दिखाने के लिए ट्रॉमा सेंटर के चौथे तल पर स्थित ओपीडी में पहुंचा था। इस दौरान डॉक्टर और छात्र में आयुष्मान कार्ड को लेकर बहस शुरू हो गई। देखते ही देखते डॉक्टरों और छात्रों की भीड़ जुट गई।
हंगामे की सूचना पर ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज सौरभ सिंह मौके पर पहुंचे। आरोप है कि उन्होंने प्रॉक्टरकर्मियों से गेट बंद करवा दिया। छात्रों का आरोप है कि डॉक्टरों ने उन्हें करीब 40 मिनट तक अस्पताल में बंधक बनाए रखा। इससे नाराज छात्र सिंहद्वार पहुंचे और गेट बंद धरने पर बैठ गए। धरना प्रदर्शन की सूचना पर इंस्पेक्टर लंका अश्वनी पांडेय पहुंचे। उन्होंने छात्रों के समझाबुझाकर धरना समाप्त करवाया।